Malana Village in Hindi
भारत देश मे ऐसे बहुत से जगह है जो अपने मे बहुत से रहस्य लिए हुए है ऐसा ही एक गाँव हिमाचल प्रदेश में मौजूद है जिसका नाम मलाणा है जहाँ की भाषा, रीति रिवाज सब बाकी गांव से अलग है। तो चलिए जानते हैं कुछ खास बातें मलाणा गांव के बारे मे।
1. मलाणा गांव एक बहुुुत ही खूबसूरत गांव है जो चारो तरह से सुंदर पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यहाँ की आबादी 17000 के करीब है। यहाँ की सुंदरता को देखने के लिए हर साल हजारों सैलानी यहाँ घूमने आते है।
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2. मलाणा गांव तक पहुंचना बहुत ही मुश्किल काम है। गांव के लिए कोई भी रोड नही जाता पार्वती घाटी में स्थित जरी गांव से मलाणा पहुंचने के लिए सीधी चढ़ाई चढ़ते हुए जाना होता है ओर 4 घण्टे से भी ज्यादा का समय लग जाता है।
3. इस गांव के लोग खुद को महान राजा सिकंदर के वंशज मानते है। इनका कहना है कि जब सिकंदर ने भारत पर हमला किया था तो उनके कुछ सैनिक मलाणा गांव आये थे और यहीं बस गए। और मलाणा गांव के लोग खुद को उन्ही में से एक बताते हैं। मलाणा गांव में सिकन्दर के समय की बहुत सी चीज़े भी मिली है और उसी समय की तलवार वहाँ के मंदिर में रखी हुई है।
4. मलाणा गांव के लोग कनाशी नाम की भाषा बोलते हैं और ये भाषा इस गांव के अलावा दुनिया मे कहीं भी नही बोली जाती। ये लोग इस भाषा को बहुत पवित्र मानते है।
5. मलाणा गांव के लोग जमलू देवता को पूजते हैं और उन्हें ही अपना सब कुछ मानते हैं। जमलू देवता का पूरा नाम जमदग्नि ऋषि है। इस गांव में दो ही मंदिर है एक जमलू देवता का ओर दूसरा उनकी पत्नी रेणुका का।
6. जमलू देवता के मंदिर में बलि दिए गए जानवरों के अंग लटकाये गए हैं। और यहां बाहरी लोगों का मंदिर को छूना सख़्त मना है इस करने पर भारी जुर्माना वसूला जाता है।
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7. यहां के लोग बाहरी लोगों के सम्पर्क में आने और उनसे हाथ मिलाने से भी कतराते है। यही आप यहाँ के दुकान से कुछ सामान खरीदते हैं तो दुकानदार समान को आपके हाथ में देने के बजाय वहीं रख देगा। हालाँकि अब समय के साथ वहाँ की नई पीढ़ी इन सबको नही मानती। 8. मलाणा गांव में का चरस भी लोगों में काफी मशहूर है। चरस असल मे भांग के पौधे से तैयार किया जाता है बहुत से सैलानी तो मनाली इसलिए घूमने आते हैं ताकि मलाणा का
चरस ले जा सके। यही कारण है की यहाँ है लोग यह काम जोरों से करते है और इसका असर यहाँ के बच्चों पर भी देखने को मिला है जोकि छोटी उम्र में ही इस काम मे लग जाते हैं।
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